ब्लॉकचेन तकनीक क्या है: भारत का पहला ब्लॉकचेन जिला

ब्लॉकचेन तकनीक क्या है, ब्लॉक चैन टेक्नोलॉजी एक तकनीक है जिसका यूज़ ऑनलाइन ट्रांसक्शन ओर डेटा को स्टोर करने में किया जाता है।

व्यक्ति से व्यक्ति P2P के बीच होने वाले ट्रांसक्शन को ऑनलाइन लेजर में स्टोर किया जाता है  इस तकनीक में बहुत से कंप्यूटर्स को एक चैन की तरह यूज़ किया जाता है।

जिसमे आपका डेटा एक कंप्यूटर में स्टोर नही करके लाखो कंप्यूटर्स में स्टोर किया जाता है। इस तकनीक को ब्लॉक चैन कहा जाता है।

Blockchain definition क्या है। एक ऐसा सिस्टम जिसमे स्टोर इन्फॉर्मेशन को हैक करना चेंज करना और रिमूव करना बहुत मुश्किल हो।

Blockchain Technology
Blockchain Technology

ब्लॉकचेन तकनीक की खोज किसने की ?

Blockchain की खोज Satoshi Nakamoto ने 2008 में की ओर इसका यूज़ करने के लिये उन्होंने बिटकॉइन बनाया। ऐसा माना जाता रहा है कि Satoshi Nakamoto एक काल्पनिक नाम है

क्योकि इसका को कोई वजूद नही मिला साथ ही ये भी कहा जाता है। कि 2011 में यह व्यक्ति अचानक गयाब हो गया। इसी लिये इसे एक काल्पनिक नाम कहा जाता है।

ब्लॉकचेन तकनीक कैसे काम करती है ?

ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी Distributed Ledger Technology (DLT) के सिद्धांत पर काम करती है।

इसमे ऑनलाइन लेजर  में यूजर्स की इन्फॉर्मेशन स्टोर की जाती है। इसका एक सीधा सा सिद्धान्त यह है की किसी भी इन्फॉर्मेशन को Decentralization विकेंद्रीकरण करना आज के वक़्त डेटा लोकल स्टोरेज में स्टोर किया जाता है जैसे Mysql डेटाबेस इन डेटा बेस को कोई भी आसानी से चेंज कर कसता है। पर हम Blockchain की बात करे तो ये data एक कंप्यूटर की जगह लाखो कंप्यूटर्स में स्टोर होता है और इसे किसी को चेंज करना हो तो सब कंप्यूटर्स में चेंज करना होगा। 

इसी लिये ब्लॉकचैन एक कारगर तकनीक है।

ब्लॉकचैन की नींव ट्रस्ट पर आधारित है। 

What is Blockchain technology in simple words and how it works यही हम आसान भाषा में समझे तो यह एक ऐसा सिस्टम है जोकि किसी एक संस्थान, व्यक्ति, साकार द्वारा नही चलाके हर उस शक़्स के जरिये चलाया जाता है जोकि इस सिस्टम से जुड़ा हुआ है इमसें किसी भी ट्रांसक्शन या इन्फॉर्मेशन को कई लोगो द्वारा सत्यापित किया जाता है।

ब्लॉकचेन तकनीक के यूज़ क्या है

ब्लॉकचैन का यूज़ फाइनेंसियल ट्रांसक्शन, एडुकेशन, हेल्थ, टेक्नोलॉजी, एग्रीकल्चर, बैंकिंग सेक्टर आदि में किया जाता है। इन सभी सेक्टर्स में ब्लॉकचैन एक पारदर्शिता का काम करेगा जिससे किसी को भी पता रहेगा कि कोनसा transaction किसे किया और कब किया किया, साथ ही साथ इनका रिकॉर्ड रखना और भी आसान होगा।

बैंकिंग सेक्टर में ब्लॉकचेन तकनीक

बैंकिंग सेक्टर में ब्लॉकचैन का यूज़ किसी सिंगल transaction पर देखने को मिलेगा। जैसे अभी हम किसी को भी पैसा ट्रांसफर करते है तो उसकी प्रॉसेसिंग में समय लगता है और इसके चार्जेज भी चुकाने पड़ते है जोकि RBI के सेंट्रल सिस्टम से जुड़े होते है। पर यही बैंकिंग सेक्टर में ब्लॉकचैन का यूज़ किया जाए तो इसमे लगने वाला समय कम हो जाएगा और इसके चार्जेज भी काफी कम होंगे क्योकि यह transaction decentralize विकेंद्रीकरण transaction होगा इसमे एक व्यक्ति दूसरे व्यक्ति को सीधे transaction कर सकता है। और इसका रिकॉर्ड DTL ledger में रहेगा इसमे लगेने वाला समय और कॉस्ट काफी कम हो जाएगी।

कृषि में ब्लॉकचेन तकनीक

ब्लॉकचैन किशानो के लिये भी काफी फायदेमंद होगी। भारत में 12 करोड़ किसान है उनसभी को सुविधाएं नही मिलने की वजह से उनको परेशानियों का सामना करना पड़ता है। कल्पना कीजिए कि 10 किसानो के बीच एक ट्रेक्टर रहेगा सभी किसान उस एक ट्रैक्टर के मालिक होंगे और अपनी अपनी जरूरत के हिसाब से उसका यूज़ करेंगे और इसका डेटा ब्लॉकचैन के लेजर में स्टोर रहेगा। ब्लॉकचैन से किसानो को कृषि संसाधनों और उनको मिलने वाले लाभ उन किसानो को भी समान रूप से मिलेगा जो इनसे वंचित रह जाते है।

स्वास्थ्य सेवा में ब्लॉकचेन तकनीक का यूज़

स्वस्थ्य सेवाओं में ब्लॉकचैन का एक बड़ा योगदान है इसमे किसी भी व्यक्ति से सम्बंधित बीमारी का लेख जोखा डॉक्टरों के पास आसानी से उपलब्ध होगा। साथ ही इसमे होने वाले ख़र्च ओर मेडिसन का रिकॉर्ड ऑनलाइन ब्लॉकचैन के माध्यम से रखा जा सकेगा।

भारत का पहला ब्लॉकचेन जिला हैदराबाद है ब्लॉकचेन जिला क्या है? हैदराबाद ओर तेलंगाना के बीच ब्लॉकचैन सिस्टम से भूमि का लेखा जोखा रखा जाता है। क्योकि भूमि का रिकॉर्ड कागजो में होंना सुरक्षित नही है हर कागज का एक जीवन चक्र होता है वो कभी भी खराब हो सकता है। साथ ही उसे किसी के भी जरिये चुराया या उसमे बदलाव किए जा सकते है। इसी लिये भूमि का रिकॉर्ड ब्लॉकचैन के माध्यम से ऑनलाइन लेजर में स्टोर किया गया ताकि यह डेटा पब्लिक डोमेन में रहे और सुरक्षित भी रहे।

ब्लॉकचैन से भविष्य में होने वाले बदलाव

कल्पना कीजिये कि जैसे इंटरनेट ने कितनी चीज़े आसान करदी ठीक वैसे ही ब्लॉकचैन हर सेक्टर में उसे होने से आप किसी भी पेट्रोल पंप पर बिना किस व्यक्ति के पेट्रोल ले सकते है इसमे मशीन से मशीन के बीच ट्रांसक्शन होगा ठीक ऐसे ही कई जगह व्यक्ति विशेष का होना अनिवार्य नही होगा ब्लॉकचैन के माध्यम से सारे काम आसान हो जाएंगे। 

क्या ब्लॉकचैन सुरक्षित है?

जी हां ब्लॉकचैन एकदम सूरक्षित है क्योकि इसको हैक करने पाना लगभग नामुमकिन है। साथ है इसमे स्टोर डेटा को किसी दूसरे व्यक्ति के जरिए बदल पाना मुश्किल है। इसमे स्टोर डेटा वो वही बदल सकता है जिसका वो डेटा है। और इसमे पूरी पारदर्शिता रखी जाती है।

सारांश: 

इसमे आपने जाना कि ब्लॉकचैन क्या है और यह कैसे काम करता है। इससे आमजन को होने वाले फायदे और साथ ही इसका यूज़ किन किन क्षेत्रों में किया जा सकता है। भारत में जैसे UPI ट्रांसक्शन की वजह से बहुतसी चीज़े आसान हुई है ठीक उसी तरह ब्लॉकचैन से भविष्य में डिजिटल ट्रांसक्शन में एक क्रांति आने वाली है। ओर हर ट्रांसक्शन में पारदर्शिता होगी।

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