Beta Version क्या है, What is Beta Version in Hindi, सम्पूर्ण जानकारी

Beta Version, दुनिया में बहुत सारी एप्लीकेशन और गेम उपलब्ध है। उन सभी प्रोग्राम या एप्लीकेशन का आधिकारिक रूप से लॉन्च करने से पहले वर्जन को ही बीटा वर्जन कहा जाता है। इन गेम और एप्लीकेशन के लिए नये नये फीचर्स को add किया जाता है। तो सबसे पहले उस फीचर्स को Beta Version में टेस्टिंग की जाती है। टेस्टिंग के समय जैसे जैसे फीडबैक दिए जाते है उनके अनुसार ही उस फीचर्स में बदलाव किए जाते है। यदि वो सही तरीके से काम करते है तब ही उनको आधिकारिक एप्लीकेशन या गेम में लाया जाता है। इसकी अधिक जानकारी नीचे दी गई है।

Beta Version

Beta Version का उपयोग किसी भी एप्लीकेशन के कुछ भी सुविधा Add करने से पहले उसका परीक्षण किया जाता है। यह परीक्षण सबसे पहले Beta Application में ही किया जाता है। Beta Application का उपयोग आम आदमियों के लिए नहीं किया जाता यह कुछ चुनीदा लोगो के लिए ही उपलब्ध है।

Beta Testing इसी लिए किया जाता है की Add किए गए नये फीचर्स का सही से तो काम कर रहा है या उसमे कोई Bug तो नहीं है। यदि उसमे कोई Bug है तो उसको डिवल्पर द्वारा फिर से अपडेट किया जाता है और फिर से टेस्टिंग की जाती है।

Beta Testing में यदि जो सुविधा दी जा रही है वो सही है तो उसको लास्ट में आधिकारिक एप्लीकेशन में Add किया जाएगा। उससे पहले उस एप्लीकेशन के सभी Bug को ठीक किया जायेगा और यह भी चेक किया जायेगा की अधिक मात्रा में उस सेवा का उपयोग किया जाए तो उसमे कोई प्रोबलम ना आये।

Beta Testing क्या है?

  • बीटा टेस्टिंग बीटा एप्लीकेशन के अंदर की जाती है।
  • इसके अंतर्गत विभिन्न प्रकार के नेटवर्क और हार्डवेयर पर उत्पाद की क्षमता का परीक्षण किया जाता है।
  • बहुत से लोगों द्वारा इसका परीक्षण रिव्यू मांगा जाता है। साथ ही उनके द्वारा दिए गए रिव्यू पर काम भी किया जाता है।
  • बीटा टेस्टिंग इसी लिए की जाती है ताकि एड करने के बाद सिस्टम में कोई कमियां ना हो साथ ही वो एड की हुई सेवा अच्छे से तो काम कर रही है।
  • बीटा टेस्टिंग नहीं करने पर एप्लीकेशन पर भारी नुकसान देखने को मिल सकता है।
  • उपभोगता द्वारा होने वाली परेशानी की वजह से उनके अंदर नकारात्मक प्रतिक्रिया देखने को मिल सकती है। जिससे की एप्लीकेशन होल्डर को भरी भरकम नुकसान झेलना पड सकता है।

Beta Application क्या है?

  • बीटा एप्लीकेशन बीटा टेस्टिंग के लिए बनाया गया एक एप्लीकेशन है। जो आधिकारिक एप्लीकेशन से पहले बनाया जाता है।
  • मेन एप्लीकेशन में कुछ भी एड करने से पहले बीटा एप्लीकेशन में बीटा टेस्टिंग की जाती है।
  • बीटा एप्लीकेशन में बीटा टेस्टिंग अच्छे से करने और सभी बग ठीक करने के बाद ही मेन एप्लीकेशन में उस सेवा को एड किया जाता है।
  • बीटा एप्लीकेशन का उपयोग कुछ ही चुनिदा लोगो के द्वारा किया जाता है और उनके रिव्यू को देखते हुए एड की जाने वाली सेवा में बदलाव किए जाते है।
  • सरल भाषा में बोले तो सबसे पहले एप्लीकेशन में कुछ भी एड करने से पहले बीटा एप्लीकेशन में एड किया जाता है यदि वह उसका रिस्पॉन्स अच्छा रहा तो उसको मैन एप्लीकेशन में एड किया जाता है।

Google Play Store में Join The Beta क्या है?

  • गूगल प्ले स्टोर में ज्वाइन दा बीटा का मतलब है की आप उस एप्लीकेशन के बीटा टेस्टिंग में भाग ले रहे है। यदि एप्लीकेशन में कुछ भी बीटा टेस्टिंग की जाएगी सबसे पहले आपके पास आएगी। साथ ही आपको बीटा वर्जन को इंस्टॉल करना पड़ेगा।
  • उस एप्लीकेशन में एड हुए न्यू फीचर्स का यूज कर के आपको फीडबैक देना पड़ेगा। जिससे की डेवलपर द्वारा उसको ठीक किया जा सके।
  • Real Version को तो सभी लोगो द्वारा यूज किया जाता है परंतु बीटा वर्जन को कुछ ही लोगो द्वारा यूज किया जा सकता है।
  • बीटा वर्जन के अंतर्गत बहुत सारी अपडेट आती रहती है और उनका रिव्यू भी आपसे मांगा जाता है। आप रिव्यू कर भी सकते है और नहीं भी कर सकते। इसके लिए कोई जरूरी नहीं है की आपके द्वारा रिव्यू किया ही जाये।
  • यदि आप ज्वाइन बीटा प्रोग्राम से निकल जाते है तो आपको रियल वर्जन का ही अपडेट मिलेगा ना की बीटा वर्जन का।

WhatsApp Beta Version क्या है?

  • WhatsApp में कुछ भी फीचर्स एड करने से पहले उसकी टेस्टिंग बीटा वर्जन में की जाती है।
  • एड हुए फीचर्स का फीडबैक देने के लिए कुछ चुनिंदा यूजर्स और बीटा टेस्टर बीटा वर्जन का इस्तेमाल करते है।
  • अपनी एप्लीकेशन को अच्छी बनने के लिए न्यू फीचर्स एड किए जाते है। परंतु वो सभी पहले बीटा एप्लीकेशन में एड किए जाते है और उसकी टेस्टिंग की जाती है उसके बाद ही मेन एप्लीकेशन में उसको डाला जाता है।
  • ऐसा ही व्हाट्सएप के अंतर्गत किया जाता है।

FAQ’s Beta Version kya hota hai?

1.बीटा एप्लिकेशन का उपयोग कोन कोन कर सकता है?

बीटा एप्लीकेशन का उपयोग केवल कुछ चुनीदा लोगो के द्वारा या बीटा टेस्टर के द्वारा किया जाता है।

2.बीटा वर्जन ज्वाइन करने के क्या नुकसान है?

बीटा वर्जन ज्वाइन करने पर आपकी एप्लीकेशन में बहुत सारे Bugs देखने को मिलते है। जिससे आपकी एप्लीकेशन बार बार क्रैश भी होती रहती है। परंतु उसको जल्द ही डेवलपर द्वारा ठीक कर दिया जाता है।

WhatsApp Beta Version Link
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